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.Introduction:-
Operation Sindoor हमारे भारत देश की एक ऐसी घटना है जो लगभग विश्व युद्ध में बदलने वाली थी यह युद्ध पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच में हुआ था और इसका उद्देश्य पाकिस्तान-अधिकृत में उपस्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था इस ऑपरेशन की शुरुआत होने की वजह 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देना था।
इस आतंकी हमले में कई निर्दोष भारतीय नागरिक आतंकवादियों द्वारा मारे गए सिंदूर नाम कई भारतीय हिंदू पत्नियों का सिंदूर उजड़ जाने पर इसको “ऑपरेशन सिंदूर” का नाम दिया गया इस ऑपरेशन को हमारे भारतीय सेना ने अपनी प्रमुख भूमिका निभाई हमारे भारतीय जनता ने इस ऑपरेशन का प्रोत्साहन सोशल मीडिया और रेली में भाग लेकर सड़कों पर नारे लगाकर किया।
.Start date & place:-

Operation Sindoor यह प्रक्रिया भारत के जम्मू-कश्मीर में रात्रि में 6 मई 2025 से शुरुआत हुई और 10 मई 2025 तक चला इस जवाबी हमले में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद, चकोटी और पाकिस्तान के बहावलपुर, सियालकोट, मुरीदके में आतंकी केंद्रो के साथ आतंकवादी को ध्वस्त किया गया।
.Objective:-
Operation Sindoor का उद्देश्य सीमा के उस पार आतंकी शिविरों को नष्ट करना था तथा आतंकवाद के संरक्षकों को सीधा संदेश देना कि हमारे देश के सैनिक संगठन समूह मजबूत है।
और राष्ट्रीय सुरक्षा विदेश के खिलाफ को पुनर्स्थापित करना था ताकि हमारे भारत देश में क्षेत्रीय स्थिरता बनी रहे इसके अलावा एक कारण यह कश्मीर में भारतीय नागरिकों के लिए आतंकी हमलों का प्रतिशोध लेना चाहते थे।
.Major Participants:-

Operation Sindoor इसकी रणनीतिक निगरानी और अनुमति से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), खुफिया जानकारी और लक्ष्य की पुष्टि के लिए रॉ (RAW Agents), हथियार और मिसाइल टारगेटिंग सपोर्ट DRDO ने भी हिस्सा लिया।
और अभियान की जांच पड़ताल और संचालन के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय के सदस्यों ने भी भागीदारी निभाई, सैन्य समन्वय के प्रमुख केंद्र एयर चीफ और CDS संगठन ने हिस्सा लिया इन सब भागीदारियों से अलग सैन्य बल ने अपनी अलग भूमिका निभाई उनमें से कुछ “वायु सेना” थी।
जिसने मिराज 2000 और राफेल द्वारा लेजर-गाइडेड बम गिराए गए और एरियल इंटेलिजेंस और जामिंग उपकरणों का उपयोग किया गया । इनमें से कुछ “नौसेना” थी जिसने अरब सागर और कराची तट पर अपनी नज़रें बनाई रखी और दुश्मन की पनडुब्बियों पर निगरानी की ताकि वह जल माध्यम से हमला न कर सके इनमें से कुछ “सेना” ऐसे भी थे बॉर्डर क्षेत्रों में आक्रामक मोर्चाबंदी किया और संभावित पलटवार का जवाब देने हेतु रेडी रेजीमेंट्स की तैयारी करके रखी गई।
.Strategic Importance:-
Operation Sindoor में रणनीतिक महत्व बहुत ज्यादा है, आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई “हिट फर्स्ट” नीति को शुरू किया गया। आने वाले समय में आतंकी हमलों को रोकने की रक्षा नीति का निर्माण करना था और पड़ोसी देशों में भारत के प्रति सम्मान और भय की भावना को जागरूक करना था।
.Impact on National Security:-

ऑपरेशन सिंदूर के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा पर कई प्रभाव पड़े थे और देश की खुफिया एजेंसियों में तालमेल की आवश्यकता पड़ी बॉर्डर पर घुसपैठ में भारी कमी दिखाई दी।
भारत देश के नागरिक में आत्मविश्वास और सुरक्षा की जागरूकता भावना बढ़ी भारतीय राजनीति में “राष्ट्रीय सुरक्षा” बड़ा मुद्दा बना था केंद्र सरकार की लोकप्रियता में वृद्धि होती हुई दिखाई दी।
.Media Coverage:-
Operation Sindoor में टेलीविजन द्वारा प्रचार करके NDTV, Zee News, Aaj Tak, Times Now आदि में 24×7 लाइव कवरेज दिखाई गई थी जिससे राष्ट्र के प्रति भारतीय नागरिकों ने समर्थन और जागरूकता उजागर हुई।
मीडिया में कई सुरक्षा संगठन ने ऑपरेशन की प्रशंसा की और BBC, Al Jazeera, CNN ने भारत के निर्णय को साहसी कहा। जागरूकता के कारण युवाओं और परिवारों में देशभक्ति की भावना आई।
.Official Statement:-

Operation Sindoor में सरकारी बयान संगठनों द्वारा दिया गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय और संगठन द्वारा- “भारत अब आतंक का सिर्फ शिकार नहीं, उसका सक्रिय जवाब देने वाला राष्ट्र है।”
रक्षा मंत्रालय संगठन ने बयान में कहां- “सीमित लेकिन सटीक जवाब मिलेगा” और NSA ने कहा- “यह कार्रवाई पाकिस्तान की सरकार के नहीं, आतंक के संरक्षकों के विरुद्ध है।”
.Conclusion:-
ऑपरेशन सिंदूर के समाप्त होने के दौरान इसका निष्कर्ष यह निकल कि सीमा पर घुसपैठ में 80% तक गिरावट आई भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि और अधिक प्रभावशाली हुई। 120 से अधिक आतंकी इलाकों को नष्ट किया गया।
और यह ऑपरेशन से भारतीय महिलाओं के सिंदूर का बदला लिया गया इसने भारत की सुरक्षा नीति में “पहले मारो, सटीक मारो” की सोच को मजबूती दी और विश्व भर में हमारी सुरक्षा नीति के बदलाव को दर्शाया गया।Wikipedia.com